लखीसराय : बिहार के विकास के लिए शिक्षा पर ध्यान देने की है जरूरत, कहा सवोच्च न्यायालय के अधिवक्ता मृणाल माधव ने
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लखीसराय : सर्वोच्च न्यायालय के अधिवक्ता मृणाल माधव (Advocate Mrinal Madhav) ने अपने आवास पर प्रेस वार्ता कर संवाददाताओं को बताया (Bataya) कि बिहार (Bihar) में शिक्षा (Sicha) ,स्वास्थ्य (Health) ,सड़कें, उधोग आदि का पूर्ण विनास हो गया इसका मुख्य कारण शिक्षा है। बिहार के विकास के लिए युवा पीढ़ी को आगे आने की आवश्यकता है। सभी पार्टियां (Partya) नया पुराने विकास (Vikash) की बात जरूर करती है लेकिन किसी के पास रोड मैप नहीं है। जिसके कारण सत्ता में आने के बाद पुनः वही हालत बना रहता है। इसकी वजह शिक्षा है। बिहार आजादी से पहले शिक्षा के केन्द्र नालंदा विश्वविद्यालय था जहां चाइना जापान अन्य देशों से छात्र -छात्रा पढ़ने आते थे पटना विश्वविद्यालय ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय कहा जाता था लेकिन आज शिक्षा कहां पहुंच गया है। बिहार के लोग अपने बच्चों को कोटा दिल्ली बेकारो बंगलुरु आदि पढ़ा रहे हैं वहां जाकर बिहार के छात्र पढ़ कर प्रशासनिक अधिकारी इंजीनियर चिकित्सक बन रहे । लेकिन क्या बिहार में इसका वातावरण क्यों नहीं बन सकता है।
एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि दो युवा हैं एक आशुतोष कुमार दुसरा पुष्पम प्रिया चौधरी है जिसके पास रोड़ मैप है। बिहार में उधोग स्वास्थ्य सड़कें शिक्षा चौपट हो गया है। जात पात धर्म से ऊपर उठकर युवा पीढ़ी ही विकास के पथ पर बिहार को ले जा सकता। इस मौके पर अमित कुमार , कमलेश कुमार उर्फ चिंटू, सुजीत कुमार उर्फ रामजी ,संजय कुमार आदि उपस्थित थे।
रिपोर्ट : विश्वनाथ गुप्ता