सीतामढ़ी : लक्षण दिखते ही जाएं अस्पताल.. सावधानी ही है डेंगू से बचाव. डॉ.सुरेन्द्र
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सीतामढ़ी 16 मई : डेंगू के विरुद्ध जागरूकता संदेश जन जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से भारत सरकार के निदेश पर प्रतिवर्ष 16 मई को राष्ट्रीय डेंगू दिवस मनाया जाता है। ये बातें अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सुरेंद्र चौधरी ने सदर अस्पताल में शनिवार को राष्ट्रीय डेंगू दिवस के मौके पर दीप प्रज्वलित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि बारिश के आते ही डेंगू दस्तक देने लगता है क्योंकि घरों के आस-पास या छतों पर बिखरे पड़े टूटे फूटे बर्तन या टायर इत्यादि में वर्षा का पानी जमा होने पर डेंगू के वाहक मच्छर एडिस इजिप्टिस पनपने लगते हैं । सावधानी बरत कर ही इस बीमारी से बचा जा सकता है। वहीं जिला भीबीडी नियंत्रण पदाधिकारी डॉ रविंद्र यादव ने कहा कि बिहार में भी डेंगू का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है । वर्ष 2015 में मात्र 1771 मरीज़ प्रतिवेदित हुए थे जो वर्ष 2019 में बढ़ कर 6000से अधिक हो गये ।
सीतामढी में भी गत वर्ष 4 मरीज़ प्रतिवेदित हुए थे जो सभी पटना में संक्रमण के शिकार हुए थे ।
डेंगू में प्रारम्भिक अवस्था में सामान्य फ्लू जैसे लक्षण होते है ।बुखार तेज होता है और बदन में दर्द होता है, आँख के पीछे दर्द होता है, बदन पर लाल दाने की तरह चकत्ते निकल आते हैं । गंभीर अवस्था में नाक, मसूड़ों अथवा आँत में रक्तश्राव हो सकते हैं ।प्लेटलेट्स घटने लगते हैं ।
इसमें पेरासिटामोल ही सुरक्षित दवा है ।ब्रुफेन या एस्प्रिन की गोली कदापि नहीं लेना चाहिए ।शीघ्र चिकित्सकीय परामर्श लेना चाहिए ।नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर पहुंच कर राय लेनी चाहिए ।
पानी या अन्य तरल पदार्थ का लगातार सेवन करना चाहिए ।
दिन में भी सोने पर मच्छरदानी का प्रयोग अवश्य करें ।पूरे शरीर को ढँकने वाले कपड़ें पहने ।
घरों के आस-पास या छतों पर टायर या बर्तन इत्यादि जमा न करें ।टंकी के ढक्कन बंद रखें ।फूलों के गमलों में पानी जमा होने न दें ।कूलर अथवा फ्रिज का पानी नियमित रूप से बदलें और उसमें एक चम्मच किरासन तेल डालें । सावधानी अपनायें डेंगू भगायें । मौके पर एसीएमओ, डीएस , जिला भीबीडी नियंत्रण पदाधिकारी सहित अन्य स्वस्थ्यकर्मी उपस्थित थे।
रिपोर्ट : अमित कुमार