जिले में 90 स्वास्थ्य उपकेंद्र होंगे हेल्थ एन्ड वेलनेस सेंटर में तब्दील, मजबूत होगी आधारभूत संरचना
1 min read– हेल्थ एन्ड वेलनेस सेंटर को बेहतर करने के लिए कार्यशाला आयोजित
– बीएचएम को बेहतर ढंग से कार्य करने के लिए दिए गए निर्देश
सीतामढ़ी : जिले में हेल्थ एन्ड वेलनेस सेंटर (health and wellness center) की स्थिति को बेहतर करने के लिए जिला स्वास्थ्य समिति (District Health Committee) में कार्यशाला आयोजित की गई। अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सुरेंद्र कुमार चौधरी ने कार्यशाला में भाग ले रहे हर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के स्वास्थ्य प्रबंधक और एमएनई को आवश्यक निर्देश दिये। डॉ चौधरी ने बताया कि जिले में 90 स्वास्थ्य उप केंद्रों को हेल्थ एन्ड वेलनेस सेंटर में तब्दील किया जाना है। बताया कि जिले में 13 ऑपरेशनल हेल्थ एन्ड वेलनेस सेंटर हैं, जिनकी स्थिति को बेहतर करने के लिए कहा गया है। 26 प्रस्तावित अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं। आयुष्मान भारत योजना के तहत गरीबों के मुफ्त बेहतर इलाज की परिकल्पना को साकार करने के लिए हेल्थ एन्ड वेलनेस सेंटर की आधारभूत संरचना को मजबूत किया जाना बहुत जरूरी है। जितने भी कार्यरत और प्रस्तावित हेल्थ एन्ड वेलनेस सेंटर हैं, उनकी आधारभूत संरचना सुदृढ़ करने के लिए दिसंबर तक पीआईपी (परफॉर्मेंस इम्प्रूवमेंट प्रोजेक्ट ) बनाकर भेजना है, ताकि फंडिंग की प्रक्रिया के लिए उसे भेजा जा सके।
गैर संचारी रोगों की जांच और इलाज मुफ्त :
कार्यशाला में गैर संचारी रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ सुनील कुमार सिन्हा ने कहा कि हेल्थ एन्ड वेलनेस सेंटर को बेहतर करने के लिए सभी प्रखण्ड स्वास्थ्य प्रबंधक को पूरे मनोयोग से काम करने की जरूरत है। आयुष्मान भारत योजना के लाभुकों के लिए हेल्थ एन्ड वेलनेस सेंटर बड़ा मददगार साबित होता है। इसकी उपयोगिता को बनाए रखने की जरूरत है। डॉ सिन्हा ने बताया कि इन स्वास्थ्य केंद्रों में कैंसर, डायबिटीज जैसी बीमारियों की स्क्रीनिंग की भी सुविधा होती है, जिससे समय रहते इन बीमारियों का पता लगा कर सही इलाज उपलब्ध करवाया जा सके।
आयुष्मान भारत योजना का अहम हिस्सा है हेल्थ एन्ड वेलनेस सेंटर :
अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सुरेंद्र कुमार चौधरी ने बताया कि हेल्थ एन्ड वेलनेस सेंटर आयुष्मान भारत योजना का अहम हिस्सा है। जिसके अनुसार प्राथमिक स्वास्थ्य सेंटर को अपडेट किया जाना है और यहां पर मुफ्त इलाज और दवाइयां दी जाती है। हेल्थ एन्ड वेलनेस सेंटर में मैटरनल हेल्थ और डिलीवरी की सुविधा, नवजात और बच्चों के स्वास्थ्य, किशोर स्वास्थ्य सुविधा और गैर संक्रामक रोगों के प्रबंधन की सुविधा, आंख, नाक, कान व गले से संबंधित बीमारियों का इलाज किया जाता है। हेल्थ एन्ड वेलनेस सेंटर का मकसद बीमारियों का स्थानीय स्तर पर प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं के जरिये पता लगाना और समय रहते उनका निदान करना है।
कार्यशाला में कोरोना के प्रति सतर्कता का भी दिया गया मंत्र :
जिले में हेल्थ एन्ड वेलनेस सेंटर की स्थिति को बेहतर करने के लिए आयोजित कार्यशाला में स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना के प्रति सतर्क रहने और समुदाय को जागरूक करने पर भी जोर दिया गया। डॉ चौधरी ने कहा कि मास्क का उपयोग अनिवार्य रूप से किया जाना चाहिए। हाथ को साबुन से धोते रहें। 6 फीट की शारीरिक दूरी का पालन करें। उन्होंने बताया किसी भी स्तर पर कोरोना के प्रति लापरवाही काफी भारी पड़ेगी। समुदाय की जागरूकता ही कोरोना को मात दे सकती है।
रिपोर्ट : अमित कुमार