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तिरहुत प्रमंडल में सबसे ज्यादा परिवार नियोजन के ऑपरेशन के लिए डॉ सुनील कुमार सिन्हा को मिला पुरस्कार

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स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्रीय अपर निदेशक से मिला पुरस्कार
 1700 से अधिक परिवार नियोजन के ऑपरेशन कर चुके हैं डॉ सुनील
 डॉ सुनील ने 32 व उनकी पत्नी डॉ रजनी 15 बार कर चुकी है रक्तदान

सीतामढ़ी: तिरहुत प्रमंडल में सबसे ज्यादा परिवार नियोजन के ऑपरेशन करने के लिए सीतामढ़ी के अपर अधीक्षक सह सहायक अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी(गैर संचारी रोग) डॉ सुनील कुमार सिन्हा को मुजफ्फरपुर में शनिवार को पुरस्कृत किया गया। उन्हें यह पुरस्कार स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्रीय अपर निदेशक तिरहुत ने दिया। यह ज्ञात हो कि डॉ सिन्हा जिले के सबसे ज्यादा बंध्याकरण और नसबंदी करते आए हैं। 2019 में भी डॉ सिन्हा ने सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में कुल 3129 बंध्याकरण और नसबंदी कर राष्ट्रीय स्तर पर वाहवाही लूटी थी। वहीं इस वर्ष कोरोना महामारी के बावजूद उन्होंने सरकारी संस्थानों में 1700 से भी ज्यादा परिवार नियोजन के ऑपरेशन कर प्रमंडल में एक नया कीर्तमान स्थापित किया है। इस अवसर पर डॉ सुनील कुमार सिन्हा ने कहा कि परिवार नियोजन में हमलोगों ने काफी जागरुकता फैलायी जिसका प्रतिफल रहा कि लोगों का रुझान स्थायी साधनों के प्रति काफी बढ़ा। इस रुझान के कारण इतने ऑपरेशन भी हुए जो समाज और देश की तरक्की के लिए फायदेमंद है।

 

जिला को किया धूम्रपानमुक्त
तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम में सीतामढ़ी को एक अलग पहचयान दिलाने के उद्येश्य से डॉ सुनील कुमार सिन्हा ने अभियान चलाया। जिससे सितंबर 20 में जिला को धूम्रपान मुक्त जिला घोषित किया गया। इसके लिए भी डॉ सिन्हा को सम्मानित किया गया था। समय – समय पर तंबाकू के खिलाफ अभियान एवं चलान काटकर लोगों को सचेत भी करते रहते हैं ताकि पूर्ण रुपेण जिले से तंबाकू को बाहर निकाला जा सके।

संभाली कोविड केयर की जिम्मेदारी
जिले में चलने वाले एकमात्र कोविड केयर सेंटर की जिम्मेवारी भी डॉ सुनील कुमार सिन्हा ने खूब संभाली। इनके सफल नेतृत्व में कोविड केयर सेंटर में अभी तक कुल 536 भर्ती मरीजों में 510 मरीज ठीक हो चुके है। इन भर्ती मरीजो में गर्भवती माता, हाई ब्लड प्रेशर के मरीज तथा हृदय रोग से संबंधित मरीज भी थे। 26 मरीजों को बेहतर चिकित्सा के लिए रेफर किया गया।

जरूरत करने पर करते हैं रक्तदान भी
सामाजिक और नैतिक मूल्यों को तवज्जो देने वाले डॉ सुनील और उनकी पत्नी डॉ रजनी और उनकी पुत्री प्रिया समय -समय पर रक्तददान करते रहते हैं। डॉ सिन्हा अभी तक 32 बार तो उनकी पत्नी डॉ रजनी 15 बार रक्तदान कर रक्तवीर बन चुके हैं। डॉ सिन्हा के प्रयास से सीतामढ़ी एचआईवी सेंटर के नोडल ऑफिसर के रुप में एचआईवी की जांच और उपचार में लगातार दो वर्षों से देश में सर्वोपरि रहपोर्ट : रिपोर्ट : अमित कुमार