नालंदा : प्रवासी मजदूरों की संख्या में इजाफा..सेंटर बढ़ाने को लेकर हो रही व्यवस्था.. संक्रमण फैलने का सताने लगा है डर
1 min readनालंदा (बिहार) हरनौत : प्रवासी मजदूरों के लौटने का सिलसिला लगातार जारी है। अब इसमें गुणात्मक वृद्धि हो रही है। संख्या में इजाफा होने से क्वारंटीन सेंटर भी कम पड़ रहे हैं। इसे लेकर बीडीओ रवि कुमार, सीओ अखिलेश चौधरी ने जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर बराह, सोराडीह, पाकड़ पंचायत का भ्रमण किया। वहां उन्होंने क्वारंटीन सेंटर बनाने के लिये कई सरकारी भवनों का निरीक्षण किया।
तत्काल में टांड़ापर के प्रावि, सोराडीह मवि, हाईस्कूल और कॉलेज पर सहमति बनी है। इसके अलावा हरनौत प्रखंड के प्रवासियों की संख्या को देखते हुये चंडी के सरथा गांव में संत पॉल इंग्लिश स्कूल के भवन को भी सेंटर बनाने पर विचार हो रहा है।
बराह के समाजसेवी सह मुखिया पति मनीष कुमार बताते हैं कि व्यवस्थागत प्रबंधन में असहयोग से समस्या हो रही है। क्वारंटीन सेंटर में रह रहे लोगों के लिये भोजन बनाने से लोग मुकर रहे हैं। इसके पीछे संक्रमण का उनका डर है। हालांकि सुरक्षा के लिये तमाम चिकित्सा व्यवस्था मुहैया कराये जा रहे हैं।
बीडीओ रवि कुमार ने बताया कि इससे व्यवस्था में कमी होगी तो लोगों को सेंटर पर रोकना मुश्किल होगा। ऐसे में संक्रमण का खतरा बहुत बढ़ जायेगा। अाज तक प्रखंड में 564 प्रवासी मजदूर विभिन्न राज्यों से लौटे हैं।
:: टांड़ापर के ग्रामीण चलायेंगे सेंटर
प्रखंड की बराह पंचायत के टांड़ापर गांव में प्रावि का दोमंजिला भवन है। आबादी से स्कूल भवन की दूरी भी है। इस पर मुखिया हेमलता सिन्हा ने वहां सेंटर बनाने की सलाह दी। इसकी जानकारी मिलने पर ग्रामीणों ने शर्त रखी कि अगर यहां क्वारंटीन सेंटर बना तो उसकी देखरेख स्थानीय ग्रामीण करेंगे।
कारण पूछने पर ग्रामीणों ने बताया कि अभी तक जहां भी क्वारंटीन सेंटर बने हैं, वहां से व्यवस्था के अभाव की शिकायत मिली है। खान-पान की समस्या के साथ कई जगह से क्वारंटीन लोगों के भाग जाने की जानकारी भी है। इससे बीमारी फैलने का खतरा बढ़ेगा।
इस वजह से यहां सेंटर बना तो पहरेदारी से रखवाली हम ही करेंगे।
ग्रामीणों की इस पहल को अफसरों व जनप्रतिनिधियों ने सराहा और इसी तरह सब जगह सहयोग की अपील की है।
रिपोर्ट : गौरी शंकर प्रसाद