कोरोना वैक्सीन को लेकर संबंधित पदाधिकारियों का दो दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण का हुआ समापन
2 min read– बैठक में वैक्सिनेशन पर मीडिया की भूमिका पर भी हुई चर्चा
– एक साइट पर 100 लोगों को पड़ेगें टीके
– हर साइट पर होगें तीन रुम
मुजफ्फरपुर।
स्वास्थ्य विभाग, बिहार के द्वारा जिले स्तर के सभी स्वास्थ्य एवं अन्य विभाग के पदाधिकारियों लिए दो दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण का शुक्रवार को समापन हो गया। राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक के निर्देश पर राज्य मुख्यालय द्वारा स्वास्थ्य समिति व जिला प्रतिरक्षण विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रशिक्षित करने का कार्य किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में कोविड-19 टीकाकरण कार्य में स्वास्थय विभाग के पदाधिकारियों एवं कर्मियों के साथ-साथ डब्लू.एच.ओ, यू.एन.डी.पी, यूनिसेफ, केयर इंडिया एवं पाथ के प्रतिनिधियों की जिम्मेवारियों के बारे में राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा बताया गया|
कोविड-19 टीकाकरण के सम्बन्ध में व्यापक स्तर पर होगा प्रचार-प्रसार :
सिविल सर्जन डॉ एसपी सिंह ने कहा कि इसमें कोरोना टीकाकरण को लेकर व्यापक पैमाने पर जन जागरूकता फैलाने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने बताया कि इसके लिये विभिन्न समाचार पत्रों एवं मीडिया के माध्यम से इसके बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी समाज में आम लोगों तक पहुंचाने के अलावा स्वास्थ्य विभाग की बैठकों, आशा कर्मियों की बैठक सहित अन्य विभागीय बैठकों में इस पर विस्तृत चर्चा करने का दिशा निर्देश दिया गया है। जिससे समाज में इसे लेकर व्यापक जन जागरूकता फैलाई जा सके। ताकि, सामान्य लोगों के संचालित होने वाले टीकाकरण अभियान के दौरान इसे लेकर किसी तरह की कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।
हर पीएचसी पर होगें टीकाकरण के साइट
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ मुकेश कुमार ने बताया कि प्रशिक्षण में सबसे पहले को-विन सॉफ्टवेयर के बारे में जानकारी दी गयी। उसके बाद प्रथम चरण में पड़ने वाले स्वास्थ्यकर्मियों के टीके के लिए प्लानिंग, रिर्कार्डिंग तथा रिर्पोर्टिंग के तरीकों के बारे में बतलाया गया। वहीं कार्यक्रम से संबन्धित क्षमता बर्धन भी किया गया। डॉ मुकेश ने बताया कि टीकाकरण के लिए हर पीएचसी पर साइट का चयन किया जाएगा। एक साइट पर तीन कमरों का चयन किया जाएगा। जिसमें एक एएनएम, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा, सुपरवाइजर और एक डेटा अस्सि्टेंट रहेगें। वहीं लाभार्थी की संख्या 100 से अधिक रहने पर एक एएनएम अतिरिक्त रहेगीं। टीकाकरण स्थल पर अलग-अलग तीन कमरों में टीकाकरण के जुड़े पंजीकरण, टीकाकरण एवं ऑब्जरवेशन स्थापित किये जायेंगे। उल्लेखनीय है कि प्रथम चरण के टीकाकरण के लिए जिले में प्रखंड स्तरीय प्राथमिक स्वास्थय केन्द्रों पर कोल्ड चेन की व्यवस्था सुदृढ़ की जा रही है। इसे मजबूत बनाने के लिए सभी सम्बंधित अधिकारी एवं कर्मी दिन-रात लगे हुए है। उन्होंने बताया कि वैक्सीन के रखरखाव के लिए तथा नियमित टीकाकरण कर्यक्रम में कोल्ड चैन हैंडलर की एक महत्वपूर्ण भूमिका है। टीकाकरण में वैक्सीन के रख रखाव के लिए उचित तापक्रम की आवश्यकता होती है, जिसे शीत श्रृंखला (कोल्ड चेन) कहा जाता है। वैक्सीन के भण्डारण हेतु राज्य स्तर से आईएलआर मशीन भी उपलब्ध कराया जाएगा। दूसरे दिन के प्रशिक्षण में डीआइओ डॉ मुकेश कुमार, जिला संसाधन ईकाई से संजीव कुमार, डीईओ लवली कुमारी सहित अन्य लोग मौजूद थे।
कोरोना वैक्सीन आने तक इन उपायों का करते रहें इस्तेमाल –
– व्यक्तिगत स्वच्छता और 2 गज की शारीरिक दूरी बनाए रखें.
– बार-बार हाथ धोने की आदत डालें.
– साबुन और पानी से हाथ धोएं या अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें.
– छींकते और खांसते समय अपनी नाक और मुंह को रूमाल या टिशू से ढकें .
– उपयोग किए गए टिशू को उपयोग के तुरंत बाद बंद डिब्बे में फेंके.
– घर से निकलते समय मास्क का इस्तेमाल जरूर करें.
– बातचीत के दौरान फ्लू जैसे लक्षण वाले व्यक्तियों से कम से कम 2 गज की दूरी बनाए रखें.
– आंख, नाक एवं मुंह को छूने से बचें.
– मास्क को बार-बार छूने से बचें एवं मास्क को मुँह से हटाकर चेहरे के ऊपर-नीचे न करें
– किसी बाहरी व्यक्ति से मिलने या बात-चीत करने के दौरान यह जरूर सुनिश्चित करें कि दोनों मास्क पहने हों
– कहीं नयी जगह जाने पर सतहों या किसी चीज को छूने से परहेज करें
– बाहर से घर लौटने पर हाथों के साथ शरीर के खुले अंगों को साबुन एवं पानी से अच्छी तरह साफ करें।