कोरोना संक्रमण से बचने के लिए स्थान,निकटता और समय पर रखें सावधानी
1 min read– अतिसंक्रमण दर वाले क्षेत्र में तीन संदेश करेंगे आपकी सुरक्षा
– वैक्सीन सिर्फ इम्युनिटी बूस्टर है
मुजफ्फरपुर : कोविड 19 का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। कहीं न कहीं इसका कारण आप और हम ही हैं। हमारी ओर से लगातार बरती जाने वाली असावधानियां हमें तेजी से संक्रमित कर रही हैं। तेजी से बढ़ते माइक्रो कंटेन्मेंट जोन इसके उदाहरण हैं। हम बेवजह ही अभी भी घरों से बाहर भीड़ का हिस्सा बन रहे हैं। लोगों से शारीरिक दूरी का पालन नहीं कर रहे हैं। यहां तक कि हम कोविड के अतिसंवेदनशील इलाकों में भी बेहिचक कोरोना के नियमों का पालन किए बिना जा रहे हैं। ऐसे में अतिसंवेदनशील इलाकों के लिए डब्ल्यूएचओ ने पोस्टर के माध्यम से तीन कारक बताए हैं जिनका इस्तेमाल कर हम कोविड से सुरक्षित रह सकते हैं।
क्या कहता है डब्ल्यूएचओ का पोस्टर
डब्ल्यूएचओ कहता है कि कोरोना को लेकर जो भी क्षेत्र अतिसंवेदनशील हैं, वहां संक्रमण को रोकने के लिए स्थान,निकटता और समय बहुत मायने रखता है। पोस्टर कहता है कि बंद जगहों की अपेक्षा खुली जगह, भीड -भाड़ की अपेक्षा आपस में दूरी और कम समय तक सम्पर्क आपको संक्रमण से दूर रख सकता है।
बेहतर रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए वैक्सीन जरूरी
डब्ल्यूएचओ ने टीका के विकास और वितरण के एक सीरीज में लिखे लेख के आधार पर कहा है कि दिन प्रतिदिन कमजोर होती इम्युनिटी को वैक्सीन की मदद से मजबूती प्रदान की जा सकती है। यहां तक कि अगर कोई भी व्यक्ति कोविड के संपर्क में आया है या इससे संक्रमित हो चुका है। उसके लिए कोविड की वैक्सीन इम्युनिटी बूस्टर का काम करती है।
वैक्सीन के बाद भी मास्क पहनना अनिवार्य
वैक्सीन के बाद मास्क की अनिवार्यता के बारे में डब्ल्यूएचओ अपने लेख में फिर कहता है कि वैक्सीन इम्युनिटी को बढ़ाता है। अगर किसी ने वैक्सीन ली भी है फिर भी उसे मास्क का प्रयोग, भीड़भाड़ वाली जगहों पर शारीरिक दूरी का पालन करना ही होगा। तभी संक्रमण की दर को बढ़ने से रोका जा सकता है। ऐसा इसलिए कि वैक्सीन के प्रयोग से संक्रमण की गंभीरता और मृत्युदर को कम किया जा सकता है।