कोरोना पर युवा दिखे जागरूक, कोविड-19 टीकाकरण पर आयोजित प्रतियोगिता में हुए शामिल
1 min read• सीफ़ार के सहयोग से क्विज,भाषण एवं लेखन प्रतियोगियता का हुआ आयोजन
• युवाओं की सकारात्मक सोच से दिखा जागरूकता का असर
• समुदाय को कोरोना पर जागरूक करने का युवाओं ने लिया संकल्प
जमुई,कोरोना संक्रमण काल में युवाओं की जागरूकता सामुदायिक जागरूकता की सूत्रधार बन सकती है. इसी उद्देश्य के साथ सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफ़ार) संस्था द्वारा बुधवार को जिले के खैरा प्रखंड के कुर्वाटांड़ स्थित स्वर्गीय खूबलाल यादव उच्च विद्यालय प्रांगण में 30 युवाओं के बीच क्विज, भाषण एवं लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. इस दौरान युवाओं में कोविड-19 को लेकर जानकारी देखने लायक थी. कोविड-19 टीकाकरण पर केन्द्रित क्विज, भाषण एवं लेखन प्रतियोगिता में युवाओं की भागीदारी एवं उनकी जागरूकता आने वाले समय में सामुदायिक आंदोलन में तब्दील होने का संकेत था.
युवाओं को मिला सम्मान:
कोविड टीकाकरण के महत्व पर लेखन प्रतियोगिता में अजित आनंद, गौरव कुमार एवं अर्चना भारती ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान पाकर अपने गुरु मंटू यादव सहित अभिभावकों को गौरवान्वित किया. वहीं भाषण कला में अपर्णा-प्रथम, गौरव-द्वितीय एवं सिन्टू कुमार तृतीय स्थान हासिल कर अपनी योग्यता सिद्ध किए. कार्यक्रम का संचालन जिला स्वीप आइकॉन बेबी कुमारी एवं शिक्षक मंटू यादव ने किया। मनोनीत जज मंडली में गिरिश कुमार, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक, अजय कुमार एवं इसी विद्यालय के प्रधानाध्यापक मतिकांत झा शामिल रहे। कार्यक्रम को रोचक और ज्ञानवर्धक बनाते हुए अतिथि डाक्टर मनीष कुमार ने कोविड-19 संबंधित सवालों को युवाओं से पूछा जिसका प्रतिभागियों ने उत्सुकता पूर्वक जबाब देते हुए दर्शकों से खूब तालियाँ बटोरने में सफल रहे।
युवाओं की सक्रियता बड़े बदलाव का सूत्रधार:
सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च के राज्य सहायक प्रबंधक रंजीत कुमार ने कहा युवाओं की सक्रियता एवं सहभागिता हमेशा ही बड़े बदलाव का सूत्रधार बनती है. उन्होंने प्रतियोगिता में युवाओं की कोरोना पर जागरूकता की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस छोटे से जगह पर भी युवाओं के बीच कोरोना को बहुत जानकारी है. उन्होंने कहा कि युवाओं की यह जागरूकता उन तक सीमित न होकर परिवार, समुदाय एवं जिले तक पहुंचे. उन्होंने कहा कि कोविड-19 टीकाकरण होने से पूर्व जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार है, जो युवाओं के माध्यम से समुदाय तक पहुंच सकती है.
शिक्षा का उपयोग लोगों को जागरूक करना भी है:
स्वर्गीय खूबलाल यादव उच्च विद्यालय के प्राचार्य मतिकांत झा ने कोरोना जैसे संवेदनशील मुद्दे पर युवाओं की भागीदारी की तारीफ़ करते हुए कहा कि आज के दौर में कोरोना को हराने का सबसे शक्तिशाली हथियार जागरूकता ही है. इस जागरूकता को अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए युवाओं की शिक्षा महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है. उन्होंने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि अपने समाज को कोरोना से बचाने में उनकी भूमिका अन्य लोगों से अधिक मायने रखती है. देश के भविष्य का निर्धारण हमेशा युवाओं के हाथ में होता है. महामारी के कारण देश कई तरह की समस्याओं से संघर्ष भी कर रहा है. लेकिन कोरोना के खिलाफ़ चलायी जा रही मुहिम के नेतृत्व की बाग़ ड़ोर यदि युवा अपने हाथों में लेते हैं तो आने वाले समय में कोरोना को पूर्णता मात देने में सफलता मिलेगी.
कोविड-19 टीके की हो रही तैयारी:
खैरा पीएचसी के प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक गिरिश कुमार ने बताया कि कोरोना-19 वैक्सीन को लेकर जिले से प्रखंड स्तर पर तैयारियां हो रही है. आने वाले समय में फेज वाइज सबका टीकाकरण सुनिश्चित करने की योजना है. लेकिन अभी भी कोरोना का संक्रमण खत्म नहीं हुआ है. इसलिए लोगो को मास्क, शारीरिक दूरी एवं हाथों की सफाई पर ध्यान देने की जरूरत है. उन्होंने प्रतियोगिता में युवाओं के शामिल होने पर उनको धन्यवाद ज्ञापित किया.