खुद की इम्युनिटी करेगी किसी भी बीमारी से बचाव : डायटिशियन चित्रा
1 min read– कोविड के किसी भी वैरिएंट से लड़ने में इम्युनिटी सहायक
– सर्दियों में रोजाना करें धूप का सेवन
शिवहर, 17 दिसंबर । हमारे शरीर में मौजूद रोग प्रतिरोधक क्षमता न सिर्फ मौसमी बल्कि गंभीर बीमारियों के प्रभाव से भी हमें बचाती है। यूं तो यह इम्युनिटी पहले से ही हमारे शरीर में मौजूद रहती है, पर कुछ विशेष प्रयास से इसे और बेहतर किया जा सकता है। एक बेहतर इम्युनिटी पाकर व्यक्ति न सिर्फ आम बीमारियों बल्कि कोविड के किसी भी वैरिएंट से भी सुरक्षा पा सकता है। इस संबंध में सदर अस्पताल की डायटिशियन चित्रा मिश्रा बताती हैं कि अपने शरीर की इम्युनिटी को मजबूत करने के लिए रोजाना 45 से 60 मिनट की फिजिकल एक्टिविटी जरूर करें। अगर आपका शरीर व्यायाम की इजाजत नहीं देता है तो एक मिनट में 80 से 100 कदम जरूर टहल लें। वहीं विटामिन्स और मिनरल की कमी न हो इसके लिए प्रत्येक दिन 2 कटोरी हरी सब्जियां और 2 मौसमी ताजे फल जरूर खाएं।
प्रतिदिन करें धूप का सेवन:
डायटिशियन चित्रा मिश्रा कहती हैं ऐसे तो हमें किसी भी मौसम में धूप का सेवन करना चाहिए पर सर्दियों में यह आसान हो जाता है। इसलिए सर्दियों में सुबह 11 से 2 बजे के बीच और गर्मियों में 8 से 10 के बीच धूप में बैठें। सामान्य तौर पर हर व्यक्ति को 30 से 35 मिनट धूप का सेवन अवश्य करना चाहिए। अगर रोज संभव न हो तो सप्ताह में तीन दिन या एक एक दिन छोड़कर भी धूप में बैठकर विटामित डी ले सकते हैं। इससे भी शरीर अपनी जरूरत की धूप ले लेगी और विटामीन डी की कमी नहीं होगी। यह हमेशा ध्यान रखें की चेहरे, गर्दन, पीठ और हाथ पर धूप लगने दें। यथासंभव शरीर का ज्यादातर हिस्सा खुला रहने दें। अगर किसी को धूप से एलर्जी है तो वह लगातार धूप में न बैठकर ब्रेक लेकर धूप सेकें। सांवली त्वचा वालों को 10 से 15 मिनट धूप में ज्यादा बैठना चाहिए। अगर बुजुर्ग हैं तो 35 से 40 मिनट रोजाना धूप में जरूर बैठें।
नहीं भूलें मास्क और शारीरिक दूरी:
कोविड से बचाव को मास्क और शारीरिक दूरी के नियम को न भूलें। यह आपके साथ आपके चारो ओर के व्यक्तियों को भी संक्रमण से बचाता है। वहीं दमा और टीबी जैसे बीमारियों के संक्रमण में भी मास्क से बचाव होता है। मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग को भूले नहीं। यह वायरस के साथ संक्रमण से भी बचाव करता है। साथ ही दमा और टीबी जैसी बीमारी में भी मास्क काम आता है।
वैक्सीन लेने से शरीर के अंदर एंटीबॉडी का निर्माण होता है। यह नाक या मुंह के पास कोई छलनी या फिल्टर तैयार नहीं करता कि कोई वायरस या बैक्टीरिया अंदर जा ही न सके। इसलिए यह सोच लेना कि वैक्सीनेशन इंफेक्शन को रोक सकता है, गलत है। हां, वैक्सीनेशन इंफेक्शन से होने वाले लक्षण को गंभीर होने से जरूर रोक सकता है।
चार अलग रंग वाले फलों और सब्जियों का करें सेवन –
हमारे भोजन में साग-सब्जी या फल 4 अलग-अलग रंगों के हों तो शरीर की जरूरी मिनरल या विटामिन की जरूरत पूरी हो जाती है। जैसे लाल: टमाटर, हरा: अमरूद, मौसमी, पालक, लौकी आदि, पीला: पपीता, संतरा आदि। जिंक के लिए: नट्स (3 से 4 बादाम या 1 मुट्ठी रोस्टेड मूंगफली या 1 अखरोट) रोजाना खाना उचित होगा।