गर्भवतियों को गोदभराई में मिला पोषण का उपहार
2 min read– कोरोना काल में भी रखा जा रहा गर्भवतियों का ध्यान
– Attention of pregnant women being taken care of even during the Corona period
– जिले में गर्भवतियों को दी गई पोषण की जानकारी
Nutrition information given to pregnant women in the district
सीतामढ़ी
कोरोना काल में भी गर्भवतियों को पोषण की सही जानकारी मिले, आने वाला शिशु हृष्ट और पुष्ट हो, गर्भ में उसका विकास सतत् चलता रहे। इस उद्देश्य के साथ पूरे जिले में आईसीडीएस और पिरामल द्वारा गोदभराई की रस्म मनाई गई। महिलाओं को लाल चुनरी ओढ़ाकर माथे पर तिलक लगाकर उनका स्वागत किया गया, पौष्टिक पदार्थ दिए गए। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तबस्सुम ने बताया कि सभी महिलाओं को अपने दैनिक जीवन में स्वस्थ रहने के लिए पर्याप्त मात्रा में पोषण की जरूरत होती है। पोषण की कमी होने से महिला में खून की कमी हो जाती है, जिससे कुपोषण का शिकार होने की संभावना रहती है। इस कार्यक्रम में ग्रामीण महिलाएं भी मौजूद रहीं। पिरामल के जिला समन्वयक रवि ने बताया कि लॉकडाउन तथा कोरोना के मद्देनजर इस बार भी आंगनबाड़ी सेविकाओं के द्वारा गर्भवतियों के गृह जाकर उनकी गोदभराई की रस्म की गई। जिसमें गर्भवती माताओं को खानपान से संबंधित बातें तथा संस्थागत प्रसव आयरन की गोली खाने के ऊपर विस्तार से उनकी काउंसिलिंग भी की गई।
कोविड मानकों का हुआ पालन
गोदभराई की रस्म में कोविड के मानकों का पालन किया गया। जिसमें सभी सेविकाओं ने मास्क, हैंडवॉश और सामाजिक दूरी के नियमों का ख्याल रखा। गोदाभराई के दौरान सेविकाओं ने लोगों को कोविड के अनुरुप व्यवहार तथा घर में चमकी को धमकी का भी पाठ पढ़ाया।
प्रसव पूर्व जांच के बारे में बताया
गोदभराई के दौरान महिलाओं को एएनसी के महत्व के बारे में भी बताया गया। पिरामल मेजरगंज के शशि भूषण ने कहा कि प्रसव पूर्व जांच से प्रसव के समय के विकट परिस्थितियों से निपटा जा सकता है। एक स्त्री को अपने पूरे गर्भावस्था के काल में चार बार एएनसी कराना बेहद जरुरी है। इस दौरान दी जाने वाली आयरन एवं फॉलिक एसिड की गोलियों से भ्रूण के विकास में मदद मिलती है। पिरामल स्वास्थ्य के दिव्यांग कुमार बैरगनिया, राजेश गिरी, मेजरगंज, शशि भूषण, आकाश कुमार, परसौनी आदि के द्वारा उक्त काम में सेविकाओं को मदद प्रदान की गई।
इन मानकों का करें पालन, कोविड-19 संक्रमण से रहें दूर रहें :
– विटामिन-सी युक्त पदार्थों का अधिक सेवन करें।
– मास्क का उपयोग और शारीरिक दूरी का पालन जारी रखें।
– भ्रांतियों से दूर रहें और भारतीय वैज्ञानिकों एवं चिकित्सकों पर भरोसा कर पूरी तरह निर्भीक होकर वैक्सीनेशन कराएं।
– लक्षण महसूस होने पर कोविड-19 जाँच कराएं।
– अनावश्यक घरों से बाहर नहीं निकलें और भीड़-भाड़ वाले जगहों से परहेज करें।
रिपोर्ट – अमित कुमार