प्रशासन के नाक के नीचे कोरोना गाईडलाइन की उड़ रही धज्जियां,डीजे की धून पर सड़कों पर नाचते रहे लोग
1 min readसीतामढ़ी :कहीं चिंता से परेशान तो कहीं मस्ती में लोग ,चांद की रोशनी में थमकते चेहरे करते डांस एक कहावत है मस्त रहे मस्ती में आग लगे बस्ती में जी हां ऐसा ही कुछ नजारा देखने को मिला ।
कोरोना को पूरी तरह से लोग मजाक बनाकर रख दिए हैं समाजिक दूरी तो इन लोगों के लिए दूरी ही साबित है। लेकिन मास्क भी इन लोगों के चेहरे से गायब हैं ठुमके लगाने वक्त आखिर मास्क लगाए तो लगाए कैसे
कुछ ऐसा नजारा मनियारी की सड़कों पर देखने को मिला हद तब हो गई जब बार बालाओं के साथ कोरोना नियमों का उल्लंघन करते हुए सरकार की आदेश को ठेंगा दिखा जाता रहा और यह सब स्थानीय प्रशासन की नाक के नीचे होता रहा और प्रशासन चैन की नींद सोता रहा थाने से 1 किलोमीटर की दूरी पर ये सब होता रहा
अब प्रशासन से सवाल से है ?
जब 1 किलोमीटर की दूरी पर यह सब होता रहा तो प्रशासन आखिर कहां थे?
क्या प्रशासन की मिलीभगत से किया जाता है बाल बलों की नाच?
अगर प्रशासन की मिलीभगत से नहीं की जाती है बाल बलाओ की नाच तो क्यों नहीं की गई इन पर कार्रवाई?
क्यों नहीं रोका गया कार्यक्रम?
क्या स्थानीय प्रशासन सरकार के नियमों के पालन कराने में विफल साबित है?
अब यह देखने वाली बात होगी कि खबर चलने के बाद प्रशासन कितना हरकत में आती है और क्या कार्रवाई करती है .
रिपोर्ट: निखिल मिश्रा